चारों तरफ धूलभरी आंधियां, चिलचिलाती धूप, तपती धरती, गर्मी से बचते हुए लोग, प्यास से सूखा हुआ गला, ये गर्मी सभी जीवों के हाल बेहाल कर देती हैं I ऐसी गर्मी में पेड़ पौधों की छाँव या घर के बगीचे में हरियाली हो तो कहना ही क्या I पेड़ पौधे हम सभी को इतना सुकून देते हैं पर इस भयंकर गर्मी में वो खुद कैसे स्वयं को मेंटेन रख पाते हैं ? क्या उन्हें भी देखभाल के जरुरत होती हैं ?
तो जवाब हैं हाँ I
तो चलिए जान लेते हैं कि गर्मी के मौसम में घर पर लगाये गए पौधों की देखभाल कैसे करें –
मल्चिंग / पलवार :-
गर्मी में पौधो की सही देखभाल के लिए पौधों की देखभाल के साथ साथ मिटटी को भी अधिक तापमान से बचना पड़ता हैं I घास फूस, पौधो की सूखी हुई पत्तीयाँ, अखबार की कतरन, लकड़ी का बुरादा या अन्य सूखा कचरा मिटटी की सतह पर बिछा देने से
१. मिटटी का तापमान नियंत्रित रहता हैं
२. खरपतवार नहीं उगते हैं
३. मिटटी की सतह से वाष्पोत्सर्जन द्वारा पानी का कम नुक्सान होता हैं जिससे पानी की कम खपत होती हैं
४. मल्चिंग सड़ने के बाद जैविक खाद के रूप में पौधो द्वारा उपयोग कर ली जाती हैं I
पौधों को छाँव में रखना :-
गर्मी के मौसम में पौधों को खुली धूप में न रखें अन्यथा पौधे झुलस जायेंगे I पौधों को किसी छायादार स्थान पर रखें अथवा उनके ऊपर किसी वस्तु, कपड़े या शेड नेट से छाया कर दे I अधिक गहरे रंग के कपड़े ज्यादा गर्मी अवशोषित करके पौधों को नुक्सान पहुंचा सकते हैं I इसलिए हरे या सफ़ेद रंग के कपड़े या नेट का प्रयोग ज्यादा सही रहता हैं I
नियमित पानी देना :-
पानी की कमी से पौधा डीहाइड्रेट होकर मुरझा सकता हैं I अतः नियमित अंतराल पर पानी देने से उसकी जल मांग के अनुसार पौधा पानी लेकर गर्मी सहन कर लेता हैं I आवश्यकता से अधिक पानी भी नुक्सानदायक होता है और पौधे की आवश्यकतानुसार ही पानी देकर जल को व्यर्थ होने से भी बचा सकते हैं I
पोषक तत्व की उपलब्धता :-
रोग व सूखा के प्रति अधिक प्रतिरोधक क्षमता के लिए पौधों को आवश्यक मात्रा में मुख्य पोषक तत्व (नाइट्रोजन, फोस्फोरस, पोटाश) व सूक्ष्म पोषक तत्व (बोरोन, मोलिब्डेनम, आयरन, कॉपर, कोबाल्ट आदि) प्रदान करें I जैविक खाद में मुख्या पोषक तत्वों के साथ कुछ सूक्ष्म पोषक तत्व भी होते हैं I घर पर जैविक खाद तैयार करने के लिए किचन वेस्ट से आप कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं I
खरपतवार हटायें :-
पौधों के आस पास उगे हुए अनवांछित खरपतवार के पौधों को हटा दे I इनसे पोषक तत्व और पानी का अनावश्यक नुकसान नहीं होगा और पौधे स्वस्थ रहेंगे I